जय हिन्द संवाद
ग्रेटर नोएडा। मास्टर प्लान-2041 के पहले चरण के तहत यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में 16 नए सेक्टर विकसित होंगे। आवासीय के अलावा दूसरी अन्य गतिविधियों के लिए इनमें संसाधन विकसित किए जाएंगे। मास्टर प्लान को मंजूरी के लिए अगली बोर्ड बैठक में ले जाया जाएगा।
पहले चरण के मास्टर प्लान के तहत 32,168 हेक्टेयर क्षेत्र का शहरीकरण होगा। यह केवल गौतमबुद्ध नगर का होगा। इसके अलावा बुलंदशहर के 20 गांवों को भी अगले चरण में शहरीकरण की सीमा में लाया जाएगा। पहले चरण का विकास करीब 43 लाख की प्रस्तावित जनसंख्या के आधार पर किया जाएगा। इसमें 53 प्रतिशत क्षेत्र का शहरीकरण होगा, जबकि 36 प्रतिशत क्षेत्र गैर शहरीकरण की श्रेणी में होगा। इसमें ग्रीन बेल्ट और कृषि के लिए जमीनें आदि होंगी। मास्टर प्लान में गौतमबुद्ध नगर के सभी गांवों को शामिल किया जाएगा। एक अनुमान के मुुताबिक यहां आवासीय आबादी 33,87,000, गांव की आबादी आठ लाख और मिक्स लैंड यूज पर आबादी 1,82,000 होगी। वहीं, ओलंपिक पार्क व विलेज की साइड में ईको टूरिज्म के लिए रिक्रिएशनल जोन भी बनेगा। इसमें टूरिज्म से जुड़े संसाधनों को विकसित किया जाएगा, ताकि यहां आने वाले लोगों को बेहतर अहसास हो सके। इसमें कई दूसरे संसाधनों को भी जोड़ा जाएगा।
एयरपोर्ट के चारों ओर पांच सेक्टर होंगे महत्वपूण
एयरपोर्ट के चारो ओर पांच नए सेक्टर विकसित होंगे। इनमें लॉजिस्टिक, वेयर हाउसिंग, एविएशन, एमआरओ, उद्योग लगेंगे। इसमें औद्योगिक क्षेत्र के निवेशक आ सकते हैं।
चार सेक्टर होंगे आवासीय
मिक्स लैंड यूज और स्मार्ट सिटी के लिए 2200 हेक्टेयर जमीन को चार आवासीय सेक्टरों के रूप में विकसित किया जाएगा। यह करीब 4500 एकड़ में होगा। इसमें स्मार्ट सिटी के लिए जरूरी संसाधनों को विकसित किया जाएगा।
यूरोप की तर्ज पर नीचे दुकानें तो ऊपर होंगे मकान
करीब 5000 एकड़ में यूरोप की तर्ज पर नीचे दुकानें तो ऊपर आवासीय भवन बनाए जाएंगे। इसका मकसद यह होगा कि यहां लोगों को जरूरी वस्तुएं घर के नीचे मिल सकें।
जनसंख्या का घनत्व हो जाएगा कम
मास्टर प्लान-2041 में इस तरह बनाया जा रहा है कि यह मास्टर प्लान-2021 व 2031 के जनसंख्या घनत्व से कम हो। अभी 2021 और 2031 के प्लान के मुताबिक 150 लोग प्रति हेक्टेयर का घनत्व है, लेकिन मास्टर प्लान 2041 के मुताबिक यह 126 निवासी प्रति हेक्टेयर हो जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि नए मास्टर प्लान में हम आबादी नहीं बढ़ाना चाहते, केवल शहर बसाना चाहते हैं। अधिकारियों का कहना है कि नई योजना में ग्रुप हाउसिंग की ज्यादा जरूरत नहीं है। लिहाजा, नए सेक्टर खुले हुए रहेंगे और यहां ज्यादा क्षेत्र में कम लोग रहेंगे।
कनेक्टिविटी के लिए होंगे चार नए पेरिफेरल रोड
मास्टर प्लान-2041 में कनेक्टिविटी के लिए चार नए पेरिफेरल रोड बनेंगे। इनमें 130 मीटर रोड के बाद समानांतर दो नए पेरिफेरल रोड बनेंगे।
इसके अलावा 120 मीटर रोड को पलवल से खुर्जा तक बढ़ाया जाएगा। वहीं, ग्रेटर नोएडा के 130 मीटर रोड के साथ दो अन्य समानांतर रोड बनेंगे, जो सेक्टर के लिए होंगे। सभी 100-100 मीटर के होंगे।
900 एकड़ का होगा सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट
अधिकारियों के मुुताबिक करीब 900 एकड़ में सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट होगा। इसमें बड़े कामर्शियल डेवलपमेंट एक ही जगह पर होंगे। इसके तहत मॉल, प्लाजा और कामर्शियल स्ट्रक्चर होंगे। यह लोगों की खरीदारी के लिए एक बहुत बड़ा हब होगा।