जय हिन्द संवाद
ग्रेटर नोएडा। दिल्ली के नजदीक होने का यमुना प्राधिकरण शहर पूरा फायदा लेना चाहता है यही कारण है कि बड़ी-बड़ी योजनाएं लाकर औद्योगिक हब के साथ-साथ यहां रहने के लिए भी बेहतरीन सुविधाएं देने पर जोर दिया जा रहा है। अब ओलंपिक व अन्य खेलो के लिए भी यमुना प्राधिकरण तैयारी करेगा।
बीते दिन प्राधिकरण के सीईओ डा. अरूणवीर सिंह, एसीईओ मोनिका रानी, ओएसडी शैलेंद्र भाटिया ने अहम बैठक की। यहां हैरीटेज सिटी बसाने पर भी मंथन किया गया। सीईओ डा. अरूणवीर सिंह ने बताया कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के आसपास के इलाके को स्मार्ट सिटी के तौर पर विकसित किया जाएगा। पूरा क्षेत्र प्रदूषण रहित होगा। यमुना एक्सप्रेसवे विकास प्राधिकरण के मास्टर प्लान-2041 में इसका प्रस्ताव तैयार किया गया है। मास्टर प्लान के मुताबिक एयरपोर्ट के आसपास के क्षेत्र को एरोट्रोपोलिस की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। यानी यहां वह सब कुछ होगा, जो कि किसी विकसित शहर के बीच बने एयरपोर्ट के आसपास होना चाहिए।
प्राधिकरण के जिला गौतमबुद्ध नगर और बुलंदशहर क्षेत्र हेतु मास्टर प्लान-2041 को तैयार किए जाने का कार्य कंसल्टेंसी फर्म मेसर्स मार्स प्लानिंग एंड इंजीनियरिंग सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है। यमुना प्राधिकरण के सभागार कक्ष में सोमवार को परामर्शदाता संस्था के प्रतिनिधियों की ओर से सीईओ के सामने मास्टर प्लान-2041 का प्रस्तुतिकरण किया गया। इसमें प्रस्तावित इंटरनेशनल एयरपोर्ट के आसपास के क्षेत्र को एरोट्रोपोलिस के रुप में विकसित किए जाने की योजना पेश की गई।
मास्टर प्लान में क्षेत्र में ओलंपिक पार्क और ओलंपिक विलेज विकसित किए जाने का प्रस्ताव शामिल है। इसमें बताया गया है कि विश्व के कई बड़े शहरों को इसी आधार पर विकसित करने का प्रयास किया जाता है। यही वजह है कि मास्टर प्लान में इसके लिए अलग से स्पोर्ट्स सेक्टर बसाने की योजना है। इसमें तमाम खेल सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।